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हिमाचल में 10वीं कक्षा के लिए नया प्रारुप New format for class 10th in Himachal

हिमाचल में 10वीं कक्षा के लिए नया प्रारुप New format for class 10th in Himachal

हिमाचल में 10वीं कक्षा के लिए नया प्रारुप, हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड ने 10वीं कक्षा के प्रमोट किए हुए छात्रों के लिए नया प्रारूप तैयार किया है। हिमाचल सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए, दसवीं कक्षा के छात्रों को प्रमोट करने का फैसला किया है। दसवीं के छात्र प्रमोट कर 11वीं कक्षा में भेजे जाएंगे, और शिक्षा बोर्ड ने भी अब इस पर अपना कार्य करना आरंभ कर दिया है। बोर्ड ने भी इस कार्य को लेकर प्रस्तावित प्रारूप तैयार किया है, लेकिन इस पर स्कूल संचालकों और शिक्षक वर्ग व संघ के आपसी विचार विमर्श करने के बाद हिमाचल सरकार को अनुमति के लिए भेजा जाएगा।

शिक्षा बोर्ड द्वारा तैयार प्रारुप:

हिमाचल में 10वीं कक्षा के लिए नया प्रारुप, हमें प्राप्त जानकारी के अनुसार छात्रों को उनकी पिछली परफॉर्मेंस के आधार पर प्रमोट किया जाएगा। प्री बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम छात्रों के प्रमोट करने में सबसे अधिक अहम होंगे। प्री बोर्ड की परीक्षाओं के परिणाम को ध्यान में रखते हुए ही छात्रों को अंक दिए जाएंगे। जिन छात्रों ने अच्छे अंको से प्री-बोर्ड की परीक्षाएं पास की है, उनको प्रथम श्रेणी में रखा जाएगा इसके अलावा जिनके कम अंक हैं, उन्हें ओवरऑल परफॉर्मेंस के आधार पर पास किया जायेगा। बोर्ड की तरफ से विभिन्न बिंदुओं पर प्रारूप तैयार किया गया है।  इस प्रारूप के तहत शिक्षा बोर्ड राजकीय शिक्षक संघ, प्रधानाचार्य संघ, निजी स्कूल संचालकों के साथ सोमवार से बैठक करेगा और इस बैठक में आने वाले बिंदुओं के आधार पर प्रारूप में संशोधन या परिवर्तन करके स्वीकृति के लिए सरकार को भेजा जाएगा।

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एस ओ एस (SOS) परीक्षार्थी बिगाड़ रहे बोर्ड का मामला (हिसाब):

हिमाचल में 10वीं कक्षा के लिए नया प्रारुप, नियमित (रेगुलर) छात्रों के लिए तो हिमाचल बोर्ड ने प्रारूप बना दिया। लेकिन एसओएस (SOS) यानी राज्य मुक्त विद्यालय के लिए जिन छात्रों ने पंजीकरण करवाया है, उनको प्रमोट करने के लिए बोर्ड ने अब तक कोई ठोस आधार या निर्णय नहीं लिया है। जिसका मुख्य कारण है कि एस ओ एस (SOS) में कई फ्रेशर छात्र होते हैं, जिनकी पुरानी परफॉर्मेंस नहीं होती, और साथ ही एसओएस में कई छात्र तीन-चार साल के बाद अपनी किसी विषयों में श्रेणी सुधार करने के लिए भी आवेदन किया होता है। इन सब कारणों की वजह से एस ओ एस (SOS) छात्रों के लिए कोई निर्णय या नीति बनाना बोर्ड के लिये मुश्किल साबित हो रहा है।

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बैठकों के बाद एक सप्ताह में होगा फैसला:

शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष डॉ सुरेश कुमार सोनी ने कहा कि बैठकर सोमवार से शुरू की जाएंगी, और उसके बाद अपने-अपने सुझावों के आधार पर ही छात्रों को प्रमोट करने का निर्णय लिया जाएगा इस एक सप्ताह में पूरी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।