Artificial Intelligence {आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस} AI क्या है? आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग और भविष्य
AI {Artificial Intelligence} in Hindi
पिछले कुछ सालों से {AI} आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में काफी वृद्धि हुई है। इसके साथ-साथ काफी ऐसी बेमिसाल मशीनें बनी है, जिनके अंदर बिल्कुल इंसानों की तरह निर्णय लेने और सोचने समझने की क्षमता है। लेकिन सवाल यह उठता है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस है क्या? और यह कैसे काम करता है? आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का हमारे दैनिक जीवन में क्या उपयोग व महत्व है? आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का क्या भविष्य है? क्या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस {AI} टेक्नोलॉजी इंसानी जीवन के लिए खतरा बन सकती है? आइए जानते हैं।
सुबह से लेकर शाम तक या रात को सोने तक हम लोग काफी तरह की मशीनों का इस्तेमाल करते हैं, जैसे कि कंप्यूटर, लैपटॉप, प्रिंटर, स्मार्टफोन, फ्रिज, कूलर, पंखा, टीवी, AC, गीजर। इसके अलावा ना जाने क्या-क्या। लेकिन अधिकतर मशीनों को इंसान की जरूरत पड़ती है, या आप यूं कह लो कि इंसानी मदद की आवश्यकता पड़ती है। मतलब उन्हें ऑपरेट करना पड़ता है। इसलिए हमें कुछ ऐसी ही मशीनों की आवश्यकता है जो कि बिना इंसानी सहायता के अपने आप काम कर सके।
हालांकि वैज्ञानिकों ने इस क्षेत्र में काफी तरह की ऑटोमेटिक मशीन बनाई हुई है, लेकिन अधिकतर मशीनें केवल ऑन ऑफ तक ही सीमित है। मतलब वह उस तरह से काम नहीं कर पाती जो उन्हें करना चाहिए। अभी भी इसके लिए उन्हें इंसानी सहायता की आवश्यकता पड़ती है। ऐसी स्थिति में मशीनों को पूर्ण रूप से ऑटोमेटिक बनाने के लिए Artificial Intelligence की आवश्यकता पड़ती है।
Artificial Intelligence Kya hai? What is Artificial Intelligence in Hindi?
Artificial Intelligence कंप्यूटर साइंस की एक ऐसी शाखा है, जिसके माध्यम से मशीनों के अंदर निर्णय लेने की क्षमता और सोचने समझने की क्षमता का विकास किया जा सकता है। अर्थात मशीनों को इंटेलिजेंट {बुद्धिमान} बनाया जा सकता है। जिससे की मशीनें भी इंसानों की तरह सोच समझकर फैसले ले सकें और बिना इंसानी सहायता के काम कर सके।
सरल भाषा में यदि कहा जाए तो Artificial Intelligence {AI} मशीनों का "दिमाग" है। जिसकी सहायता से मशीनें सोच समझकर निर्णय ले सकती है और बिना किसी की सहायता से स्वतंत्र रूप से काम कर सकती हैं। मतलब जिस तरह इंसान अपने दिमाग की सहायता से किसी भी समस्या का समाधान ढूंढ लेते हैं ठीक वैसे ही AI की मदद से मशीनें भी अपनी समस्याओं का हल खुद ढूंढ सकती है।
हिंदी में Artificial Intelligence को "कृत्रिम बुद्धिमता" कहा जाता है। जिसका अर्थ है मानव निर्मित बुद्धिमता या मानव निर्मित सोच समझ। इसे आप मशीनी दिमाग या मशीनी बुद्धि भी कह सकते हैं। इसकी सहायता से मशीनों को बुद्धिमान और समझदार बनाया जाता है। ताकि वह स्वचालित रूप से कार्य कर सकें और मशीनों की इंसानों पर निर्भरता खत्म हो सके।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के खोजकर्ता कौन है? Who is the discoverer of Artificial Intelligence in Hindi?
दुनिया को सबसे पहले Artificial Intelligence {AI} के बारे में JOHN MCCARTHY ने बताया था। इसीलिए उनको ही ARTIFICIAL INTELLIGENCE का जनक FATHER OF ARTIFICIALINTELLIGENCE {फादर ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस} माना जाता है जॉन मैकॉर्थी एक अमेरिकी कंप्यूटर साइंटिस्ट और शोधकर्ता थे। और उन्होंने ही दुनिया को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में विस्तार से जानकारी दी थी।
जॉन मैकॉर्थी के मुताबिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक उच्च कोटि का कंप्यूटर विज्ञान है। जिसकी सहायता से मशीनों के अंदर बुद्धिमता का विकास हो सकता है। अर्थात ऐसे रोबॉट और कंप्यूटर प्रोग्राम बनाए जा सकते हैं जो मानव मस्तिष्क के सिद्धांतों पर काम करें और उन्हीं तर्कों का इस्तेमाल करें जो इंसानी दिमाग करता है।
Artificial Intelligence के प्रकार Types of {AI} Artificial Intelligence in Hindi
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के काफी सारे प्रकार हैं लेकिन मुख्य रूप से इन को चार भागों में बांटा गया है।
1. पूरी तरह से प्रतिक्रियात्मक (Purely Reactive)
2. सीमित स्मृति (Limited Memory)
3. मस्तिष्क सिद्धांत (Brain Theory)
4. आत्म चेतन (Self Conscious)
1. पूरी तरह से प्रतिक्रियात्मक (Purely Reactive)
यह पूर्ण रूप से प्रतिक्रियात्मक होती है। मतलब की क्रिया के जवाब में प्रतिक्रिया करती है। जैसे कि Deep Blue Chess प्रोग्राम को ही ले लीजिए यह IBM के माध्यम से विकसित एक चैस प्रोग्राम था जिसने 1990 के दशक में GARRY CASPAROW को पराजित किया था। जबकि इसके पास खुद की कोई मेमोरी नहीं थी यानी कि वह अपनी पिछली दी हुई चाल को याद रख पाने में सक्षम नहीं था। लेकिन फिर भी उसने शतरंज के सबसे बड़े ग्रैंड मास्टर को हरा दिया था।
असल मे Deep Blue क्रिया का जवाब प्रतिक्रिया में देता था। यानी कि सामने वाले की चाल को समझ कर वह उसका Answer देता था। लेकिन डीप ब्लू इतनी परफेक्ट चाल देता था कि बड़े से बड़ा खिलाड़ी {ग्रैंडमास्टर} भी उसे देखकर दंग रह जाता था और अगर सच पूछो तो यही ताकत है AI कि।
2. सीमित स्मृति (Limited Memory)
यह मशीनों की एक ऐसी कैटेगरी है जहां पर उनके पास थोड़ी बहुत मेमोरी होती है। जैसे कि मान लीजिए आप सेल्फ ड्राइविंग Cars को ले लीजिए, जो केवल अपने पुराने अनुभवों को याद रख सकती है और भविष्य में उनका उपयोग करके सकती हैं। जैसे कि आपातकालीन स्थिति में ब्रेक लगाना या फिर भीड़भाड़ वाली जगह पर संभल कर चलना इत्यादि। हालांकि इस तरह की मशीनें ज्यादा समय तक डाटा को स्टोर नहीं रख पाती, क्योंकि इनकी मेमोरी कम होती है। इसलिए यह सिर्फ पिछली चीजों को ही याद रख पाती है। लेकिन आवश्यकता पड़ने पर अपने पुराने डाटा को डिलीट कर सकती हैं और नए डाटा स्टोर कर सकती है।
3. मस्तिष्क सिद्धांत (Brain Theory)
य़ह एक Hypothetical Concept है। जो इंसानी दिमाग के सिद्धांतों पर आधारित है। इसमें सूचनाओं को प्रोसेस और समझने के लिए उन तर्कों का उपयोग किया जाता है, जो इंसानी दिमाग इस्तेमाल करता है। मतलब कि यह मानव मस्तिष्क की तरह सूचनाओं को प्रोसेस और सोचने समझने में सक्षम है।
4. आत्म चेतन (Self Conscious)
इसे Self Awareness भी बोला जाता है। इसमें उस तरह की मशीनें आती है जो ना केवल इंसानों की तरह सोच सकती हैं अपितु खुशी-गम, ईर्ष्या-जलन, सुख-दुख आदि को बिल्कुल अच्छी तरह से महसूस कर सकती है। मतलब इंसानो की तरह दूसरे के मन की स्थिति को भाँप सकती है। और यह पता लगा सकती है कि सामने वाला क्या सोच रहा है।
हालांकि इस तरह की कोई भी मशीन अभी तक नहीं बन पाई है जिसकी खुद की Consciousness हो, लेकिन इस क्षेत्र में काफी वर्षों से काम चलता आ रहा है और इस तरह की मशीनों को बनाने की पूरी कोशिश की जा रही है, जो सेल्फ कॉन्शियस {Self Conscious} हो। लेकिन अभी तक किसी को सफलता नहीं मिली है अगर इस तरह की मशीनें बनाई गई तो जीवन का रहस्य सुलझाने में इंसान काफी हद तक कामयाब हो जाएगा।
Artificial Intelligence {AI} के अनुप्रयोग Applications of Artificial Intelligence in Hindi
Artificial Intelligence की सहायता से संभावनाओं को तलाशना और जटिलताओं को दूर करना काफी आसान हो गया है। आज मैन्युफैक्चरिंग से लेकर एजुकेशन और Space से लेकर Share Market तक हर जगह AI का प्रयोग हो रहा है। इसके साथ-साथ हमारे दैनिक जीवन में भी इसका भरपूर उपयोग हो रहा है। आइए नजर डालते हैं, Artificial Intelligence के मुख्य अनुप्रयोगों पर
- मशीन दृष्टि Machine Vision
- कंप्युटर गेम्स Computer Games
- प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण Natural Language Processing
- वाक पहचान Speech Recognition
- एक्सपर्ट सिस्टम Expert System
- मशीन लर्निंग Machine Learning
- सर्विलांस Surveillance
- महासंगणक Supercomputers
- बुद्धिमान रोबोट्स Intelligent Robots
यह कुछ मुख्य (Applications) अनुप्रयोग हैं। जिनमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल होता है। लेकिन सवाल यह उठता है, कि हमारे दैनिक जीवन में क्या AI का उपयोग है? अगर है तो कैसे है? आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल कहां कहां होता है? आइए इस लेख में विस्तार पूर्वक जानते हैं:
Artificial Intelligence का उपयोग Use of Artificial Intelligence in Hindi
यदि आपको लगता है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल केवल रोबोटिक्स (Robotics) में ही होता है। तो आप गलत हैं, क्योंकि आज के समय में ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं है। जहां पर आर्टिफिशियल का इस्तेमाल ना किया जाता हो। आइए कुछ उदाहरणों के बारे में जानते हैं:
1. Education System शिक्षा व्यवस्था
शिक्षा के क्षेत्र में AI का भरपूर प्रयोग किया जाता है। Automated Grading System से लेकर Online Exam में Artificial Intelligence का उपयोग होता है। परंतु यह पर्याप्त नहीं है, क्योंकि एक ही श्रेणी के सारे बच्चे एक जैसे नहीं होते। कुछ काफी इंटेलिजेंट होते हैं तो कुछ एवरेज होते हैं।
ऐसी स्थिति में विद्यार्थी को उसके लेवल के हिसाब से शिक्षा मिलनी चाहिए। लेकिन हमारी मौजूदा शिक्षा व्यवस्था में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है। इसीलिए आज के समय में ऑनलाइन एजुकेशन पर जोर दिया जा रहा है। क्योंकि इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की सहायता से पर्सनलाइज्ड कंटेंट एवं स्मार्ट कंटेंट उपलब्ध करवाया जाता है। साथ ही स्टूडेंट को डाउट क्लियर करने और self-evaluation के लिए काफी सारे विकल्प मिलते हैं।
2. Healthcare Sector स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र
आज के समय में ऐसी-ऐसी मशीनें मौजूद हैं, जो इंसान के शरीर के अंदर झाँककर रोगों का पता आसानी से लगा सकती हैं, और उनका इलाज ढूंढ कर कॉम्प्लिकेटेड सर्जरी को भी अंजाम दे सकती हैं। जिससे मरते हुए इंसान की जान को भी बचाया जा सकता है। अगर सरल शब्दों में कहा जाए तो हेल्थ केयर सेक्टर के लिए Artificial Intelligence किसी वरदान से कम नहीं है।
AI की बदौलत हेल्थ केयर सेक्टर में नई क्रांति आ गई है। आज Robots की सहायता से सर्जरी की जाती है। शरीर के अंदर छोटे-छोटे रोबोट भेज कर असाध्य रोगों का इलाज भी किया जा रहा है। जीवन रक्षक टीको और दवाओं का परीक्षण किया जा रहा है। कुल मिलाकर यदि कहा जाए तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चिकित्सा की दुनिया के लिए किसी वरदान से क्म नहीं है।
3. Finance Sector वित्त क्षेत्र
Financial Sector मे दुनिया भर की रिपोर्ट्स और Analysis होता है। जिसमें बहुत वक्त बर्बाद होता है। इसी कारण Personalized Reports और Data Analysis तैयार करने में Artificial Intelligence का इस्तेमाल किया जाता है। ज्यादातर Predictive एनालिसिस और ऑटोमेशन मे AI की सबसे ज्यादा आवश्यकता पड़ती है।
बड़े-बड़े Banks और Financial Institution अपने कामकाज को आसान बनाने के लिए Artificial Intelligence का इस्तेमाल करते हैं। इसके साथ-साथ नया Account खोलने, सवालों का जवाब देने, ग्राहकों से Feedback लेने के लिए Catboats का इस्तेमाल और Forms fill करने के लिए AI का प्रयोग किया जाता है। इसके अतिरिक्त Tools और Financial Software में Artificial Intelligence का काफी प्रयोग किया जा रहा है।
4. Manufacturing उत्पादन
उत्पादन के क्षेत्र में सबसे ज्यादा समय और श्रम की आवश्यकता पड़ती है। इसी वजह से इन क्षेत्रों में AI का प्रयोग बड़े पैमाने पर किया जाता है। इससे ना केवल उर्जा, श्रम और समय की बचत की जा सकती है। अपितु पैसों की भी भारी मात्रा में बचत होती है। इसी कारण आज के समय में मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री में अधिकतर काम मशीनों के माध्यम से होते है। जिसमें एक-एक मशीन हजारों लोगों का काम आसानी से कर देती है।
5. Surveillance निगरानी करना
AI में भी निगरानी तंत्र {Surveillance System} बड़े पैमाने पर प्रयोग किया जाता है। वीडियो कैमरा के माध्यम से दुश्मनों पर नजर रखी जा रही है, और कंप्यूटर प्रोग्राम के माध्यम से वस्तुओं में, जानवर में और इंसान में फर्क पता किया जा सकता है। इसके साथ साथ पिक्चर और ऑडियो सैंपल का विश्लेषण करके दुश्मन का पता लगाया जा सकता है।
दुश्मन की पहचान करने के लिए मशीन विजन का इस्तेमाल किया जाता है। यह एक एडवांस टेक्नोलॉजी है जिसकी सहायता से किसी भी ऑब्जेक्ट की लंबाई, चौड़ाई, आकार, गति और मोमेंट का पता किया जा सकता है। य़ह Algorithms और मैथमेटिकल प्रोसीजर का एक सेट होता है, जो देखे हुए ऑब्जेक्ट की बिल्कुल ठीक-ठाक {शिनाख्त} पहचान कर सकता है। हिंदी भाषा में इसे "मशीन दृष्टि" बोला जाता है। इसका सबसे अधिक प्रयोग सेटेलाइट्स और Surveillance System में किया जाता है।
6. Space Exploration अंतरिक्ष की खोज
स्पेस एक्सप्लोरेशन का काम सबसे ज्यादा चुनौतीपूर्ण और मुश्किल है। इसलिए इस कार्य को करने के लिए AI का बहुत बड़ा योगदान रहा है। मैं आपको बताना चाहूंगा, कि स्पेस मिशन का पूरा कंट्रोल ऑटोमेटिक होता है, जो उपकरण अंतरिक्ष में खोज करने के लिए भेजे जाते हैं, वह अपना कार्य स्वयं ही करते हैं। ऐसे में बिना आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के स्पेस एक्सप्लोरेशन का कार्य नामुमकिन है।
7. Dally Life डेली लाइफ
आज रोजमर्रा के कार्यों में भी Artificial Intelligence का इस्तेमाल होने लगा है। घर में अधिकतर उपकरण अब पहले के मुकाबले ज्यादा स्मार्ट और ऑटोमेटिक हो गए हैं। टी वी, AC, {एल ई डी बल्ब} LED BULB से लेकर रेफ्रिजरेटर तक सब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की सहायता से काम करने लगे हैं। गूगल वॉइस असिस्टेंट और अमेजॉन अलेक्सा हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा बन चुके हैं।
यहां तक कि घर की सुरक्षा भी अब AI के हवाले है। हल्की सी किसी तरह की कोई हरकत हुई नहीं की पूरे गांव या मोहल्ले में पता चल जाता है, क्योंकि अलार्म बजने लगता है। इससे बढ़कर और भी कई चीजें हैं जैसे कि ड्राइवरलेस कार भी आ गई है। आपको बिल्कुल सही सलामत आपकी मंजिल तक पहुंचा सकती है। यानी कि आपको अब ड्राइवर रखने का झंझट भी नहीं है और किस तरह की कोई तनख्वाह भी नहीं देनी पड़ेगी। कुल मिलाकर अगर देखा जाए तो हमारी जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन चुका है, Artificial Intelligence.
Artificial Intelligence का भविष्य क्या है? What is the future of Artificial Intelligence in Hindi?
आज के हिसाब से अगर देखा जाए तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भविष्य काफी उज्जवल नजर आता है। क्योंकि आहिस्ता आहिस्ता हम लोग मशीनों के ऊपर निर्भर होते जा रहे हैं। इसके साथ साथ हम रोजमर्रा के कामों में पूरी तरह से मशीनों के ऊपर आश्रित हो जाएंगे। मतलब साफ है, यदि मशीनें नहीं होगी तो हमारा कोई काम नहीं होगा।
लेकिन अगर दूसरी तरफ देखा जाए, तो मशीनें इतनी स्मार्ट और एडवांस हो जाएंगी, कि उन्हें कमांड देने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी। मतलब वह अपने आप ही काम कर लेंगे। बिल्कुल जिम्मेदारी से और सोच समझकर। ऐसी स्थिति में इंसान और भी ज्यादा आराम पसंद और आलसी हो जाएंगे, क्योंकि काम करने की आदत छूट जाएगी।
क्या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से खतरा है? Is Artificial Intelligence Dangerous?
शुरू से ही यह आशंका रही है कि आगे जाकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इंसानी जीवन के लिए कोई खतरा बन सकता है। क्योंकि Intelligent मशीनों की वजह से नौकरियों पर भी संकट आ जाएगा, जहां पर इंटेलिजेंट और हाई एजुकेटेड लोगों की जरूरत पड़ती है। आप यह बात तो जानते ही होंगे कि कंप्यूटर ने पहले ही लाखों लोगों की नौकरी खत्म कर दी है। जिससे बेरोजगारी बढ़ रही है।
दूसरी आशंका यह सामने आ रही है, कि जब मशीनें अपने आप निर्णय लेने लगेंगी, तो वह हमारी बातें नहीं सुनेगी। बल्कि हर एक मामले में अपने दिमाग का इस्तेमाल करेंगी, और जो उन्हें ठीक लगेगा वही करेंगी। अगर मान लो हम उन्हें किसी तरह की कोई रोक-टोक करने की कोशिश करेंगे, तो शायद वह मना कर दे और मजबूर होकर हमें उनके आगे झुकना पड़ेगा। क्योंकि मशीनों के बिना हमारा कोई काम होगा नहीं। इसलिए मशीनों के अंदर बौद्धिक क्षमता को डालना इंसानी जीवन के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है।
निष्कर्ष Conclusion
मुझे उम्मीद है कि आपको हमारे आर्टिकल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है? Artificial Intelligence का हमारे दैनिक जीवन में क्या उपयोग है? इसका भविष्य कैसा है? और यह हम लोगों के लिए कैसे खतरा बन सकती है? इस बारे में आपको उपयोगी जानकारी मिली होगी। अगर आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आए तो लाइक और शेयर जरूर करें।
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