कोई भी इन्सान तभी कुछ सिख सकता है, जब उसकी उस कार्य को क्र्ने करने में रुचि हो। जब सिखाने वाला सिखने वाले को कोई नया कार्य सिखाता है तो पहले वह उन्हें उस काम के प्रती प्रेरित करता है और कार्य के प्रती रुचि पैदा करता है ।
रुचि कई तरीके से बनाई जा सकती है इसके लिए कोई भी तरीका अपनाया जाये लेकिन मकसद कार्य सीखाना ही होता है,तथा इसकेलिए कुछ तरीके हम आपके सामने पेश कर रहे हैं।
ध्यान आकर्षित करके:-
एक कुशल अध्यापक (गुरु) सीखने के प्रती छात्रों का ध्यान आकर्षित करता है,तथा वह उन्हे प्रेरित करने के लिए करता है
सहायक सामग्री का उपयोग करके:-
किसी कार्य को सीखते समय कार्य से संबंधीत सामग्री का उपयोग किया जाये,तो सीखने वाले की रुचि उस कार्य में अपनेआप बढ़ने लगेगी। ज्यादा से ज्यादा A/V (Audio-Video) Aids का प्रयोग किया जाना चाहिए,ताकी जल्दी समझ आये और सिखने वाले के मन में कार्य के प्रती सही धारणा आये।
पढ़ने से सम्बंधित विश्वास बनाकर:-
सिखने वाले को यह एहसास होना चाहिए कि वह पढ़ने से संबंधीत समस्याओं के अलवा निजी समस्याओं को सुलझाने में भी सक्षम है। इस से उसमे रचनात्मक कार्य को करने के लिए प्रोत्साहन मिलता है और सभी कार्यों में रुचि बनी रहती है।
उचित तरीके से संचलन करना:-
किसी कार्य को सिखाने से पहले उचित तरीके से संचलन करना जरुरी है,ताकी कार्य करते समय किसी प्रकार की कोई बाधा ना आये। पहले ही वो त्यारियां कर लेनी चाहिए जो उस कार्य के दोरान होने वाला है,और इस से सिखने वाले की रुचि भी कार्य के प्रति बढ़ती है और वो उस कार्य को भी अच्छे से कर पाता है।
0 Comments
Please do not enter any spam link in the comment box