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सकारात्मक सोच क्या है? सकारात्मक सोच के उपाय Power of Positive Thinking

सकारात्मक सोच क्या है? सकारात्मक सोच के उपाय

What  is Positive Thinking? Power of Positive Thinking 

हर पल खुश रहने का तरीका है, अपने आप को आजाद महसूस करें। वर्तमान समय में जियें। अपने दिमाग को सभी प्रकार की चिंताओं से मुक्त रखें। हर तरफ खुशियां फैलाए दूसरों की मदद करें।

यह कहना है प्रसिद्ध अमेरिकी लेखक और मोटिवेशनल स्पीकर Motivational Speaker नॉर्मन विंसेंट NORMAN VINCENT PEALE  का नॉर्मन विंसेंट पील एक अमरीकी लेखक और दुनिया के सबसे प्रसिद्ध मोटिवेशनल स्पीकर्स में से एक थे। उनकी सबसे फेमस बुक द पावर ऑफ पॉजिटिव थिंकिंग THE POWER  OF POSITIVE THINKING दुनिया भर में सबसे ज्यादा बेची जाने वाली बुक में से एक थी। इस बुक में उन्होंने मेन्ली Mainly तीन इंपॉर्टेंट Life Lesson लाइफ लैसन दिए हैं, जो हर किसी को लाइफ में सफलता और खुशी देने में मदद करेंगे।

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सकारात्मक सोच के उपाय:

अपने आप में विश्वास करें और अपने लक्ष्यों की कल्पना करें कि आपकी समस्या कितनी छोटी है।

जीवन में आत्मविश्वास बहुत ही महत्वपूर्ण है, लेकिन अकेले आत्मविश्वास सभी समस्याओं का हल नहीं है।
एग्जांपल एक स्टूडेंट को अच्छे रिजल्ट के लिए सिर्फ आत्मविश्वास होना ही जरूरी नहीं है, जरूरी है, सभी रिक्वायरमेंटस का।
जब भी हम नई जॉब शुरू करते हैं, और पहले दिन जाते हैं, तो सोचते हैं, कि कोई भी आपको पसंद नहीं करेगा। आप अच्छी तरह फिट नहीं होंगे, और होता भी यही है, क्योंकि आपने पहले ही नेगेटिव सोच से शुरुआत की थी, तो इसके चांसेज भी बहुत बढ़ जाते हैं, कि आपके साथ नेगेटिव ही होगा।
इसे दूर करने के लिए एडवाइज है, कि अपने लक्ष्यों और कामों को पॉजिटिव तरीके से विजुलाइज करें। जिन्हें आप चाहते हैं, किसी निश्चित समय में करें। स्पोज आप 5 महीने बाद आपका जीवन कैसा दिखना चाहिए? आप कौन से लक्ष्य प्राप्त करना चाहते हैं? रास्ते में आने वाली बाधाओं के बारे में ना सोच कर एक बेहतरीन रिजल्ट और अचीवमेंट के बारे में सोचें कि आप कैसे प्रोग्रेस कर सकते हैं, निरंतर अभ्यास के साथ यह आपके व्यवहार में परिवर्तन लाता है, और आपका दृष्टिकोण बदल जाता है।

 सकारात्मक सोच की अद्भुत शक्ति


आपका एटीट्यूड Attitude आपके पूरे जीवन को निर्धारित करता है। आपके लिए दुनिया वैसे ही होगी, जैसे आपके दिमाग में अपने एक्सपीरियंस को लेकर थॉट्स होंगे। आपकी लाइफ में बहुत सारी समस्याएं होंगी। उनमें से बहुत सारी समस्याएं ऐसी होंगी जिनका समाधान होने में दो-तीन साल लग जाएंगे। जैसे कोई बीमारी, कोई कर्ज लेकिन आप उन समस्याओं को किस तरह देखते हो। यह सब आप पर डिपेंड होता है। हो सकता है, कि आपको किसी समस्या को हल करने में बहुत समय लग जाए लेकिन आप अपने एटीट्यूड Attitude को एक सैकेण्ड में बदल सकते हो। आपकी लाइफ आपकी वास्तविकता केवल आपकी सोच और आपके एटीट्यूड Attitude यानी आपके दृष्टिकोण पर ही निर्भर करती है।

उदाहरण के लिए यदि आप सुबह घर से निकलते हैं, और सड़क पर अचानक एक बहुत तेज चल रही कार से टकराने से थोड़ा सा बच जाते हैं, तो इसमें आपके पास दो ऑप्शन होते हैं, डर डर के जियो या घर से बाहर ना निकले या फिर आप इस एक्सपीरियंस को अपने लिए बहुत अच्छा मान सकते हो, और उस दिन का हर एक सैकेंड खुशी-खुशी जी सकते हो, यह सोच कर कि आज आप बच गए, और आपके पास पूरी जिंदगी है, जीने के लिए, जब पॉजिटिव सोच सकते हो तो नेगेटिव क्यों सोचना।

सकारात्मक विचार


भविष्य के बारे  कम सोचे और हर पल चिंता मुक्त रहें। ऑथर बताते हैं कि भविष्य के बारे में सोच-सोच कर परेशान ना रहें, क्योंकि सोचने मात्र से भविष्य नहीं बदलने वाला अपने वर्तमान समय को जीना सीखें। आप बिना चिंता और तनाव के रह सकते हैं, यह सोचे चिंता ही तनाव का मुख्य कारण है गौतम बुध भी कहते थे कि चिंता चिता के समान है, इसलिए चिंताओं को अभी अपने से दूर करें, अपनी आंखें बंद करें, और अपने भविष्य में देखें कि आप सभी चिंताओं से मुक्त जीवन जी रहे हैं। आंखें खोलने पर आप अच्छा महसूस करेंगे।