पथरी रोग के लिए लाभकारी है पत्थरचट्टा Patharchatta is beneficial for stone disease in hindi
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पत्थरचट्टा एक आयुर्वेदिक पौधा है जो पथरी को बाहर निकलना और पथरी को गैलन में सहायता देता है आयुर्वेद में इसका पानपुट्टी, पाषाण भेद और भष्मपत्री नाम बताया गया है। |
पत्थरचट्टा एक प्राकृतिक औषधि है इसका उपयोग स्वास्थ्य के लिए किया जाता है। यह न केवल सजावटी पौधा है बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है। पत्थरचट्टा के इस्तेमाल से कई प्रकार की बीमारियों से राहत मिलती है आईये जानेकी पत्थरचट्टा के कौन-कौन से फायदे हैं।
हमारे आसपास कहीं तरह के औषधीय गुना से भरपूर पौधे पाए जाते हैं पत्थरचट्टा भी उनमें एक ऐसा पौधा है जो कई प्रकार की बीमारियों से छुटकारा पाने में उपयोगी साबित होता है पत्थरचट्टा इस्तेमाल से डायबिटीज, फंगल इन्फेक्शन कैंसर, किडनी की पथरी जैसी कई गंभीर बीमारियों से छुटकारा पाया जाता है। इसका इस्तेमाल इसकी पत्तियों के रस को निकाल कर किया जाता है। अपने इस आर्टिकल में हम आपको इसके कुछ बेहतरीन फायदे के बारे में बताने जा रहे हैं
पत्थरचट्टा के फायदे Benefits of stone breaker
पथरी की शिकायत को दूर करना Eliminate stone problem
पत्थरचट्टा के उपयोग से पथरी को खत्म किया जाता है इसके पत्ते को सुबह खाली पेट खाने से या इसका रस पीने से पथरी की शिकायत दूर होती है। इसकी पत्तियों के साथ-साथ इसके डंठल भी बहुत उपयोगी होते हैं। इन्हें अच्छी तरह से धोकर उबालें और सुबह खाली पेट या शाम को पीने से पथरी धीरे-धीरे गलने लगती है।
इंफेक्शन को दूर करना Eliminating the Infection
इस में कई प्रकार के बायो एक्टिव कंपाउंड पाए जाते हैं जिसकी वजह से हमारे इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत होता है। इन पत्तों के सेवन से शरीर में इंफेक्शन से लड़ने की क्षमता को बढ़ोतरी मिलती है जिससे कई तरह की बीमारियों से छुटकारा पाया जाता है।
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ब्लड शुगर को कंट्रोल करना Controlling blood sugar
बताया जाता है कि पत्थरचट्टा में ब्लड शुगर के स्तर को कम करने से भी सहायता मिलती है क्योंकि इसमें मौजूद फेनिल अल्काईल ईथर नामक एक बियोएक्टिव एंजाइम होता है जो हमारे शरीर में इंसुलिन के प्रोडक्शन को एक्टिव करके शुगर स्तर को कंट्रोल करने में सहायता प्रदान करता है।
सूजन को कम करने में मदद Helps reduce inflammation
पत्थरचट्टा को सूजन रोधी गुण पाए जाते हैं। इसके इस्तेमाल से गठिया जैसे जोड़ों का दर्द, जोड़ों में सूजन से राहत मिलती है।
घाव को भरना Heal the wound
पत्थरचट्टा में एंटीसेप्टिक और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। इसके इस्तेमाल से घाव जल्दी भर जाते हैं यदि कहीं पर चोट लगी हो तो इसकी पत्तियों को पीसकर घाव में लगाने से घाव जल्दी भर जाते हैं और इन्फेक्शन का खतरा भी कम हो जाता है।
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