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एहसास और भावना--Instincts and Emotions

 हर मनुष्य में जन्म से ही कुछ अन्दरूनी गुण होते हैं और एहसास भी उनमें से एक है। यह एहसास इन्सान में जीने की चाहत पैदा करता है। एहसास व्यक्ति में अपनेआप होता है इसे सिखाने की आवश्यकता नहीं पड़ती। एहसास मकसद से होता है, जैसे माता-पिता का प्यार अपने बच्चों के लिए,बच्चा पैदा करने से पहले उसे यह एहसास नहीं होता लेकिन जैसे ही बच्चा माँ बाप की गोद में आता है तो उसे पालने पोसने का एहसास होता है तथा वह सारा स्नेह अपने बच्चों को देते हैं।



Characteristics of instincts:-
  1. यह अन्दरूनी गुण है जो इन्सान में पहले से ही होता है।
  2. यह मानव की भलाई के लिए होता है, जैसे भोजन का एहसास।
  3. हर प्रकार के एहसास की प्रबलता का समय होता है, जैसे परिपक्वता और कमजोरी। परिपक्वता मनुष्य में 35-40 साल होने के बाद आती है, जैसे-जैसे मनुष्य की उम्र बढ़ जाती है उसके जीवन में उतने ही अनुभव आते हैं।
  4. यह शारिरीक और मानसिक प्रक्रिया है, जैसे कमजोरी और परिपक्वता।
  5. यह स्थाई कारक है जो कभी भी खत्म नहीं हो सकता, जैसे एहसास का मिश्रण।
  6. एहसास का मिश्रण जब भावना से हो तो व्यक्ति में बल दोगुना हो जाता है, जैसे गुस्सा।

एहसास के प्रकार:- Kind of instincts:-

  1. Nutritive:- यह क्रिया किसी के द्वारा सीखाई नहीं जाती जीने के लिए भोजन बहुत जरूरी है। जैसे पशु भोजन के लिए शिकार करता है,उसी प्रकार मानव भोजन के लिए नई क्रियाएं करता है,जैसे नौकरी इत्यादी।
  2. Reproductive:- यह जीवन को आगे बढ़ाने के लिए जरुरी है जैसे नई पीढ़ी पैदा होती है और पुरानी पीढ़ी संसार में अपना समय व्यतीत कर समाप्त हो जाती है।
  3. Defensive:- पुलिस की मार से चोर आत्मसमर्पण कर देता है और सब कुछ बोलने को तैयार हो जाता है,क्युंकि वह अपने शरीर पर यातना सहन नहीं कर सकता। यह अपनी सुरक्षा का एहसास दिलाता है। 

भावना:- Emotions:- 

सभी व्यक्ति खुसी,गम,गुस्सा इत्यादि महसूस करते हैं लेकिन जब इसकी प्रबलता बढ़ती है तो वह भावना में परिवर्तित हो जाता है।
जब महसूस करने की प्रबलता बढ़ती है तो वह भावना कहलाती है।
लाभदायक-Benficial:- इस प्रकार की भावना स्वास्थ्य की सुुुरक्षा करती है जैसे प्यार उत्साह इत्यादि। इनसे मनुष्य का मानसिक विकास होता है।
हानिकारक-Harmful:- इस प्रकार की भावना 
स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती है,जैसे गुस्सा,नफरत भय इत्यादि।
बुरी भावनाओं के एहसास को कम करने का प्रयास करना चाहिए व अच्छे एहसास का विकास करना चाहिए।

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