Google क्या है? गूगल की खोज किसने की थी?
Google क्या है, इंटरनेट के बिना आज के इस समय में दुनिया की कल्पना करना भी बहुत मुश्किल सा लगता है कुछ साल पहले देखा जाए तो इंटरनेट नाम का कोई वजूद ही नहीं था आज के समय में इंटरनेट दुनिया की जरूरत बन चुका है इंटरनेट इतना महत्वपूर्ण हो गया है कि अगर जरूरी चीजों की लिस्ट में रोटी कपड़ा और मकान के बाद और कुछ चीज जोड़ी जाए तो वह है इंटरनेट।
हर क्षेत्र में आज इंटरनेट का बहुत बड़ा योगदान है बड़े से बड़े और छोटे से छोटा बिजनेस आज इंटरनेट पर टिका हुआ है प्रौद्योगिकी का 80 से 90% भाग इंटरनेट पर ही टिका हुआ है यहां तक कि हरेक देश इंटरनेट से जुड़ा हुआ है।
हम सभी के लिए आज के समय में इंटरनेट बहुत जरूरी बन गया है आज के समय में यदि इंटरनेट नहीं होता तो शायद आप हमारा यह लेट भी नहीं पढ़ रहे होते इंटरनेट का जो स्वरूप आज हमारे सामने है वैसा पहले बिल्कुल नहीं था। इंटरनेट का आविष्कार होने के बाद भी से जुड़ी कई खोजें की गई जिन खोजो ने इसे और भी बेहतर बना दिया।
इन्हीं खोजों में से एक खोज थी गूगल Google!
आप सब लोग गूगल के बारे में जानते हैं बहुत से लोग इसे प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक बड़ी कंपनी के रूप में स्वीकार करते हैं, और कुछ लोग इसे सॉफ्टवेयर कंपनी के रूप में स्वीकार करते हैं गूगल बहुत से डिजिटल क्षेत्रों में एक्टिव है लेकिन इसे असली पहचान इसके सर्च इंजन से मिलती है।
आज दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी में से एक गूगल की शुरुआत Search Engine के रूप में हुई है। जो लोगों को वेब पेज एनालाइज करके उन्हें ढूंढने में मदद करता है। क्या आप जानते हैं कि गूगल की खोज किसने की थी? अगर आप नहीं जानते तो हमारा लेेेख पुरा पढें।
Google क्या है? What is Google?
Google क्या है, Google एक सर्च इंजन है। जिसके जरिए इंटरनेट से हम कोई भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। Google इंटरनेट की दुनिया में सबसे बड़े अविष्कारों में से एक है। भले ही गूगल की शुरुआत एक सर्च इंजन के तौर पर हुई है लेकिन इस वक्त यह एक इंटरनेशनल कंपनी है जिसमें हर एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर काम करने की चाहत रखता है। आज के समय में गूगल सिर्फ सॉफ्टवेयर फील्ड में नहीं बल्कि हार्डवेयर फील्ड में भी धमाल मचा रहा है। लोगों ने गूगल होम, गूगल के पिक्सेल फोन जैसे प्रोडक्ट्स को बहुत पसंद किया है।
आज के समय में दुनिया में सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्रॉयड भी गूगल का ही प्रोडक्ट है। इसके साथ-साथ ChromeOs, यूटयूब, ब्लॉगस्पॉट भी Google का ही प्रोडक्ट है।
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Google keep, Google Docs,Google Assistant, Google Suit और Gmail जैसे बहुत से लोकप्रिय प्रोडक्ट Google द्वारा ही लॉन्च किये गए हैं।
गूगल को यदि सरल भाषा में समझा जाए तो यह टेक्नोलॉजी की दुनिया में एक मल्टीनैशनल कंपनी है। गूगल मुख्य रूप से जोड़ी सर्विस पर प्रोडक्ट्स जैसे कि online Advertising, Cloud Computing, Hardware, Software की फील्ड में काम करता है। Wikipedia की माने तो गूगल को हाल ही में विश्व की 5 सबसे बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनियों की लिस्ट में शामिल किया गया है गूगल कुछ देशों को छोड़कर सारी दुनिया में अपने प्रोडक्ट और सेवाएं प्रदान करता है। यदि हम भारत के कनेक्शन के बारे में गूगल की बात करें तो यह एक रोचक तथ्य है कि सुंदर पिचाई जो गूगल के वर्तमान सीईओ है गूगल की पैरंट कंपनी *अल्फाबेट* का भी नेतृत्व करते हैं। इसके साथ-साथ सुंदर पिचाई गूगल के प्रमुख शहर होल्डर भी हैं।
गूगल का शुरुआती प्रोडक्ट सर्च इंजन है अगर इसकी बात की जाए तो यह एक ऑनलाइन सॉफ्टवेयर यह कहा जाए तो या एक टोल होता है जो कस्टमर को उनकी इच्छा अनुसार वेब पेज एक साथ उपलब्ध करवाता है इस समय विश्व में Google Search Engine सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला सर्च इंजन है।
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गूगल की खोज किसने की थी?
गूगल की खोज Larry Page और Sergey Brin ने मिलकर की थी। हम लोगों के सामने गूगल आज जिस रूप में विस्तृत है यहां तक लाने के लिए इसके खोजकर्ताओं के ना जाने कितने बुद्धिजीवियों और इंजीनियरों का योगदान है। गूगल के खोजकर्ताओं का नाम Larry Page और Sergey Brin हैं, जो इस वक्त गूगल के सबसे बड़े शेयर होल्डर हैं।
जब लैरी पेज और सर्गी ब्रिन ने गूगल की खोज की थी तब इसका नाम (गोगोल) Googol था। जो इस वक्त किसी ब्रांड से कम नहीं है।
लैरी पेज और सर्गी ब्रिन ने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर इंजीनियरिंग में पीएचडी करते समय एक Research Project के तौर पर गूगल की शुरुआत की थी।
Scott Hassan प्रोजेक्ट के तीसरे संस्थापक थे। जिन्होंने ज्यादातर गूगल का कोर टाइप किया था परंतु उन्होंने गूगल को कंपनी का रूप देने से पहले ही इस प्रोजेक्ट को छोड़ दिया।
वे अपना करियर रोबोटिक्स क्षेत्र में बनाना चाहते थे जिसकी वजह से उन्होंने इस प्रोजेक्ट को छोड़ दिया, और उन्होंने Willow Garage नाम की एक कंपनी की स्थापना 2006 में की थी। इसीलिए इनको गूगल की खोज में महत्वपूर्ण योगदान होते हुए भी आधिकारिक रूप से उन्हें गूगल का फाउंडर नहीं माना जाता।
गूगल की खोज कब हुई थी?
बहुत लंबे समय से सर्गी ब्रिन और लैरी पेज गूगल पर काम कर रहे थे। काफी मेहनत के बाद उन्होने 4 सितंबर 1998 को गूगल को निजी तौर पर एक कंपनी का रूप दिया। अगर हम इसे सरल भाषा में बताएं तो गूगल की खोज 4 सितंबर 1998 को हुई थी।
गूगल की खोज उस समय की गई थी जब डायरेक्टरीज का इस्तेमाल वेब पेज को ढूंढने के लिए किया जाता था। गूगल दुनिया का पहला सर्च इंजन नहीं था परंतु इसे एक नई कार्यप्रणाली पर बनाया गया था जिसकी वजह से यह दूसरों से बेहतर है।
गूगल से पहले जो भी सर्च इंजन थे उनसे यूजर्स को सही परिणाम नहीं मिल पाते थे क्योंकि उन पर कीवर्ड जो सबसे ज्यादा सर्च किए जाते थे वही रैंक होते थे।
परंतु गूगल को एक बेहतर कार्य प्रणाली पर डिवेलप किया गया था। Google विषय से रिलेटेड वेबसाइट और वेबसाइट से जुड़े लिंक्स को एनालाइज करके उस पेज को रन करता था। साधारण भाषा में कहें तो जिस वेबसाइट के पास अधिक बैकलिंक्स होते थे उसे ही रैंक किया जाता था और इसकी वजह से यूजर्स को अच्छे परिणाम मिलते थे।
यह तरीका लैरी पेज कथा जिस नए तरीके को पेजरैंक का नाम दिया गया। लैरी पेज ने इस फार्मूले को स्टॉप के साथ शेयर किया और उन्होंने इस फार्मूले पर कोडिंग करना शुरू कर दिया।
पहले इस सर्च इंजन को इस नए तरीके के आधार पर बैक रब (Back Rub)का नाम दिया गया था। क्योंकि यह वेब पेज को बैकलिंक्स के आधार पर रैंक करता था उसके बाद इस कार्यप्रणाली का इस्तेमाल दूसरे कई सर्च इंजन में भी किया जाने लगा।
लेकिन थोड़े समय के बाद ही इस सर्च इंजन बैक रब (Back Rub) का नाम बदल दिया गया, और इसे Google का नाम दिया गया। लेकिन इस शब्द में एक स्पेलिंग मिस्टेक हुई थी बैक रब (Back Rub) का नाम Googol रखना था।
गूगल की खोज कहां हुई थी?
कैलिफोर्निया (United State America) में Google की खोज हुई थी।
Google का मालिक कौन है?
Google का मालिक लैरी पेज और सर्गी ब्रिन है।
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