Ticker

6/recent/ticker-posts

इंटरनेट कनेक्शन के प्रकार इन हिन्दी Types of Internet Connection in Hindi

इंटरनेट कनेक्शन के प्रकार इन हिन्दी,  Types of Internet Connection in Hindi

जो इंटरनेट हमारे द्वारा इस्तेमाल किया जाता है वह सार्वजनिक नेटवर्क है जिसका इस्तेमाल सभी कर सकते हैं इंटरनेट कई प्रकार का है आइए जाने इंटरनेट कितने प्रकार का होता है सब लोग इस बात को जानते हैं कि इंटरनेट कंप्यूटर नेटवर्क का बहुत बड़ा जाल होता है हमारे मन में कई तरह के सवाल उठते हैं कि इंटरनेट कैसे काम करता है इंटरनेट कनेक्शन के कितने प्रकार हैं आपको इसी सवाल का जवाब हम इस लेख के माध्यम से देने जा रहे हैं

इंटरनेट कनेक्शन के प्रकार इन हिन्दी: Types of Internet Connection in Hindi

पहले भी आपने इंटरनेट कनेक्शन के बारे में सुना व पढ़ा होगा बिना इंटरनेट कनेक्शन के इंटरनेट नहीं चलता जैसे इंटरनेट कंप्यूटर का जाल है वैसे इंटरनेट के सभी कार्य इंटरनेट कनेक्शन के द्वारा ही होते हैं इंटरनेट कनेक्शन कई तरह के होते हैं।

डायल अप कनेक्शन Dail-Up Connection/ PSTN

जब किसी कंप्यूटर में टेलीफोन लाइन द्वारा इंटरनेट सेवाएं प्रदान करनी हो उस वक्त यह कार्य Dail-Up Connection (डायल अप कनेक्शन) के माध्यम से किया जाता है इस प्रकार कंप्यूटर में टेलीफोन लाइन द्वारा इंटरनेट सेवाएं देने की सुविधा को Dail-Up Connection (डायल अप कनेक्शन) कहते हैं आईपी सर्वर और कंप्यूटर के बीच डायलॉग कनेक्शन में एक अस्थाई संबंध बनाया जाता है यह अस्थाई कनेक्शन MODEM (मॉडेम) की सहायता से बनाए जाते हैं दूसरे कनेक्शन की अपेक्षा में यह कनेक्शन काफी सस्ता होता है इन कनेक्शन में इस्तेमाल होने वाले डाटा को mbps (एमबीपीएस) और  kbps (केबीपीएस) में आंका जाता है।

आईएसडीएन कनेक्शन ISDN CONNECTION 

यह कनेक्शन Dail up Connection (डायल अप कनेक्शन) के अपेक्षा में ज्यादा महंगा होता है क्योंकि डायलॉग कनेक्शन की तुलना में Integrated Service Digital Network (इंटीग्रेटेड सर्विस डिजिटल नेटवर्क कनेक्शन) की स्पीड अधिक होती है और यह कनेक्शन अधिक अच्छी तरीके से काम भी करता है।

लिज्ड लाइन कनेक्शन Leased Line Connection

टेलीफोन में कंप्यूटर और आईपी सर्वर से जुड़ने का काम Leased Line Connection या लिज्ड लाइन कनेक्शन से किया जाता है जिस कनेक्शन का इस्तेमाल 24 घंटे किया जा सकता है लिज्ड लाइन कनेक्शन अन्य कनेक्शन की अपेक्षा ज्यादा महंगा होता है।

Very Small Aperture Terminal/ VSAT:

VSAT कनेक्शन को Geosynchronous Satellite के नाम से भी जाना जाता है। VAST में कनेक्शन ज्यादातर टेलीफोन या दूरसंचार और सूचना सेवा वाले कार्य में ज्यादा किया जाता है Very Small Aperture Terminal की सहायता से जिन जिन माध्यमों के बीच सूचनाओं का आदान प्रदान किया जाता है इसे Hub हब कहा जाता है।

ब्रॉडबैंड कनेक्शन Broadband Connection

यह 100 mbps एमबीपीएस कि अंतरण दर के साथ एक बहुत ही उच्च गति वाला इंटरनेट है। इस प्रकार के कनेक्शन का प्रयोग हाई स्पीड इंटरनेट डाटा को एक्सेस करने के लिए किया जाता है। ब्रॉडबैंड कनेक्शन की कीमत अन्य कनेक्शन से थोड़ी अधिक होती है यह 4 प्रकार से हाई स्पीड डाटा यूजर को प्रदान करता है।
1. Digital Subscriber Line (DSL)
2. Cable Modem
3. Broadband Over Power Line
4. Fibre Optic

वॉयरलैस इंटरनेट कनेक्शन Wireless Internet Connection

वायरलेस इंटरनेट कनेक्शन में बिना टेलीफोन तार के ही इंटरनेट सेवाएं उपलब्ध की जाती है। इस कनेक्शन में तार का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। इसमें radio-frequency बैंड के द्वारा डिवाइस को इंटरनेट सुविधाएं या सेवाएं प्रदान की जाती है। परंतु इंटरनेट कवरिंग एरिया में ना हो तो यह कनेक्शन कार्य नहीं कर पाता।

मोबाइल इंटरनेट कनेक्शन Mobile Internet Connection

इस प्रकार के कनेक्शन का इस्तेमाल ज्यादातर मोबाइल में किया जाता है। मोबाइल इंटरनेट कनेक्शन में टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों द्वारा अलग-अलग प्रकार के प्लान दिए जाते हैं। यूजर इन प्लान को अपने इस्तेमाल के अनुरूप खरीदते हैं।


और भी पढ़ें➡️ जानिए दिमाग तेज करने के कुछ वैज्ञानिक तरीके

सेटेलाइट इंटरनेट कनेक्शन Satellite Internet Connection

इस प्रकार का कनेक्शन सेटेलाइट की सहायता से तैयार किया जाता है सेटेलाइट सिग्नल के जरिए कनेक्शन डाटा को यूजर तक पहुंचाते हैं।

कनेक्टिविटी क्या है? Connectivity:

कनेक्टिविटी के माध्यम से लोग हर प्रकार के मोबाइल कंप्यूटर में इंटरनेट की सेवाओं का इस्तेमाल करते हैं कनेक्टिविटी के बिना मोबाइल और कंप्यूटर की कोई भी सुविधा प्राप्त नहीं की जा सकती इंटरनेट कनेक्शन का इस्तेमाल करके जब डिवाइस इंटरनेट से जुड़ता है तो उसे Connectivity (कनेक्टिविटी) कहा जाता हैै।


Post a Comment

0 Comments