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5 Best Sherbets Recipe for Summer in Hindi गर्मियों में 5 बेहतर शरबत

5 Best Sherbets Recipe for Summer in Hindi  गर्मियों में 5 बेहतर शरबत

शरबत में भारी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं, जो न केवल प्रतिरक्षा को बढ़ाते हैं, बल्कि आपके शरीर को हाइड्रेट रखने में भी मदद करते हैं।


तपती गर्मी के दिनों में हर कोई ठंडक देने वाले पदार्थों की ओर भागता है। बाजार में कोल्डड्रिंक या रेडीमेड जूस तो बहुत है, लेकिन घर पर बने शरबत का मजा कुछ अलग ही होता है। शरबत की शुद्धता में अगर सेहत का फार्मूला भी मिला हो तो तन और मन, दोनों ही खिल उठते हैं।

गर्मी के मौसम में शरबत समेत कई देसी पेय शरीर के तापमान को ही कम नहीं करते, बल्कि स्वादिष्ट होने के साथ-साथ गर्मी और लू से भी बचाते हैं।

भीषण गर्मी और लू का मौसम है इस मौसम में शरीर का तापमान भी बढ़ने लगता है। इसके अलावा गर्मी के दिनों में तेज धूप और पसीने के कारण डिहाइड्रेशन की समस्या होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में शरीर के तापमान को कम करने के लिए अलग-अलग चीजों को खाने की सलाह दी जाती है, ताकि शरीर को ठंडक मिलती रहे। साथ ही घर से बाहर निकलने पर तेज धूप और लू का असर भी कम हो। शरीर को ठंडक देने के लिए लोग तरह-तरह के सॉफ्ट्रिक्स, रेडीमेड जूस पीना पसंद करते हैं। इन ड्रिंक्स से पेट में ठंडक भले ही पहुंचती है, लेकिन ये सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं। इसलिए बाजार में बिकने वाले फलों के रस, कोल्ड ड्रिंक जैसी अन हेल्थी चीजों की जगह घर में बने स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक शरबत ही पिएं। इन शर्बतों को आप प्रतिदिन के आहार में भी शामिल कर सकते हैं, और मेहमानों को भी परोस सकते हैं। इन शरबतों के सेवन से आप गर्मियों में ताजा और हाइड्रेट रह कर हीट स्ट्रोक से पूरी तरह बच्चे रह सकते हैं।


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दरअसल शरीर को तेजी से ठंडक पहुंचाने में शरबत काफी मददगार होते हैं। खासतौर पर खस का बना शरबत काफी राहत पहुंचाता है। वैसे भी गर्मी के मौसम में कई देसी पेय है, जो स्वादिष्ट होने के साथ-साथ गर्मी और लू से आपको बचाते हैं, जैसे कि आम का पन्ना, बेल का शरबत आदि। इसलिए गर्मी और लू से बचने के लिए घर में बना, घर का भोजन और अधिक से अधिक शीतल पेय का सेवन करते रहना चाहिए।


5 Best Sherbets Recipe for Summer in Hindi  गर्मियों में 5 बेहतर शरबत

1. खस का शरबत Poppy Seed Syrup in Hindi 

सामग्री:- 500 ग्राम चीनी, 350 मिली पानी, एक छोटा चम्मच खस एसेंस, एक चुटकी हरा रंग और एक मिट्टी या लोहे का दिया।

विधि:- चीनी और पानी को एक साफ़ पैन में डालें और गैस पर पकाएं। जब चीनी घुल जाए तो आंच से उतारकर ठंडा कर लें। अब इसमें हरा रंग मिलाएं और पुनः 5-7 मिनट पका कर रख लें। अब मिट्टी या लोहे के दिए को गैस पर गरम करें। इसमें खस एसेंस डालें और धुआं उठने पर चाशनी में डाल दें और ढक दें। शरबत को 8 से 10 घंटे ढक कर रखें और पानी में आवश्यकता अनुसार मिलाकर परोसें।

खस खस शरबत शरीर में हीमोग्लोबिन बढ़ाता है, और रक्त संचार की करता है।


2. आम का पन्ना Mango Leaf in Hindi 

सामग्री :- (चार गिलास के लिए) 1 लीटर ठंडा पानी, 500 ग्राम कच्चा आम, 4 बड़े चम्मच चीनी पाउडर, 20 ग्राम पिसा हुआ पुदीना, आधा छोटा चम्मच नमक और एक छोटा चम्मच भुना जीरा पाउडर।

विधि:- आम को आधा लीटर पानी में डालकर 10 मिनट पकाएं। अब पानी से आम को निकाल कर ठंडा कर लें। आम को दबा-दबा कर पूरा गुदा निकाल लें। 1 लीटर पानी में आम का गुदा, चीनी पाउडर नमक और जीरा पाउडर डालकर अच्छी तरह से फैंटने के बाद ठंडा ठंडा परोसें।

आम का पन्ना शरीर को शीतलता प्रदान करता है। इसके सेवन से शरीर में विटामिन सी की पूर्ति होती है, और प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोतरी होती है। आम का पन्ना पाचन क्रिया को भी मजबूत करता है, और गैस की समस्या को दूर करता है। इसमें भी अधिक मात्रा में पाई जाने वाली कैलोरी डायबिटीज के रोगियों के लिए हानिकारक होती है।

3. बेल का शरबत Bell Syrup in Hindi

सामग्री:- 200 ग्राम बेल का गूदा, 500 मिली ठंडा पानी और 2 छोटे चम्मच चीनी पाउडर।

विधि:- बेल का गूदा, ठंडा पानी और चीनी पाउडर को एक मिक्सी में जार में डालकर तीन-चार मिनट चलाएं। फिर मोटे तार की छनी से छानकर ठंडा ठंडा सेवन करें।


4. तरबूज का शरबत Watermelon syrup in Hindi 

सामग्री:- 2 किलो पका तरबूज और आधा छोटा चम्मच काला नमक।

विधि:- तरबूज का गुदा निकालकर मिक्सी में डालें और नमक डालकर 2 मिनट चलाने के बाद जूस को छान लें। फिर ठंडा करके सेवन करें। तरबूज का जूस लेने के पहले और बाद में लगभग 1 घंटे कुछ भी ना खाएं।


5. सोडा शिकंजी Soda Shikanji in Hindi 

सामग्री:- एक बंद बोतल सोडा, (500 मिली, ठंडी) एक नग नींबू, 2 छोटे चम्मच चीनी पाउडर, आधा छोटा चम्मच काला नमक और आधा छोटा चम्मच जीरा पाउडर।

विधि:- कांच के एक बड़े गिलास में नींबू रस, चीनी पाउडर, काला नमक और जीरा पाउडर डालें। अब बोतल खोल कर धीरे-धीरे सोडा को गिलास में डालें, और तुरंत ही सेवन करें।

सन्तोष राणा

शेफ


Summer Drinks in Hindi बातें शरबत की

गर्मी चरम पर है और ऐसे में खुद को हाइड्रेट रखने की जरूरत है। इन दिनों में लोग तरबूज से लेकर कस्तूरी तरबूज, आम और ककड़ी से लेकर लौकी को पसंद करते हैं। यह सभी ऐसे पौष्टिक तत्वों से भरे होते हैं, जिनकी गर्मी के मौसम में शरीर को बहुत आवश्यकता होती है। लेकिन हम आमतौर पर गर्मी से राहत के लिए ठंडे पेय पदार्थ का सहारा लेते हैं। शरीर के तापमान को कम करने के लिए सबसे अच्छा घर का बना शरबत आम पन्ना और कई दूसरे तरह के शरबत हैं। यह शरबत निर्जलीकरण और गर्मी से लड़ने में हमारी मदद करते हैं। यह आयरन मैग्नीज और विटामिन बी सिक्स के बेहतर स्त्रोत हैं। इनमें मौजूद आयरन शरीर में रक्त संचार को बेहतर बनाने में मदद करता है, और मैग्नीज की मौजूदगी रक्तचाप के दर को काफी हद तक नियंत्रित करने में मदद करती है। इसके अलावा यह शरबत डाइयुरेटीक भी होते हैं, जिसमें शीतलन गुण होते हैं। यह इलैक्ट्रोलाइट्स के स्रोत हैं जो आंखों की समस्या को दूर रखने में मदद करते हैं। 

भीषण गर्मी में शरबत का एक ठंडा गिलास बहुत कारगर है। इसके पोषण मूल्य को बढ़ाने के लिए इसमें नींबू का रस मिलाना बेहतर रहता है। शरबत के मामले में यह जानना दिलचस्प है, कि इनमें भारी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं, जो ना केवल प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाते हैं बल्कि अंगों और उसको को फ्री रेडिकल नुकसान से भी बचाते हैं। साल के इस भीषण गर्मी के समय में खुद को हाइड्रेट रखना बहुत जरूरी है। नियमित अंतराल में विभिन्न प्रकार के शरबत पीने से खुद को हाइड्रेट रखने में बहुत मदद मिलती है।




प्रेगनेंसी के दौरान कलरिंग एजेंट, प्रिजर्वेटिव, स्वीटनर और फ्लेवर सेहत के लिए हानिकारक होते हैं। चीनी का स्वाद आपके बजन को बढ़ा सकता है। गर्भावस्था में जटिलताएं हो सकती है, और बच्चे के विकास को भी प्रभावित कर सकता है। बाजार के शरबतों में रंग के लिए जो रसायन या पदार्थ डाले जाते हैं, उनसे बच्चों में एलर्जी हो सकती है। शरबतों में प्रतिबंधित सैकरीन की मौजूदगी बच्चों के यूरिन ब्लैडर में जमा हो सकती है।

अध्ययनों से पता चला है, कि जब गर्भावस्था के दौरान कोई मां अधिक चीनी का सेवन करती है, विशेष रुप से मीठे पेय के जरिए, तो उसके बच्चे में समस्या को सुलझाने की क्षमता और मौखिक समृद्धि कम होती है। इसलिए ऐसे शरबत का सेवन कम करें जिसमें चीनी की वजह से कैलोरी की मात्रा ज्यादा हो जाती है। ऐसे शरबत बच्चों के विकास के लिए कोई पोषण मूल्य नहीं रखते हैं। अतिरिक्त कैलोरी से बच्चों का वजन अत्यधिक बढ़ सकता है। फ्लेवरिंग में फास्फोरिक एसिड होता है, जिससे हड्डियों से कैल्शियम निकल जाता है। कैल्शियम की कमी हड्डियों को भंगुर बना देती है, जो घातक है। खासकर गर्भावस्था में अत्यधिक ठंडा या बर्फ मिला ठंडा पेय पीने से कुछ लोगों में भूख कम हो सकती है। अपच या पेट में ऐठन आदि हो सकती है।

रूपाली माथुर 

सिनियर न्यूट्रीशनिस्ट


Best Desi Homemade Drinks for Summer in Hindi शरबत से सेहत में बरकत

शरबत गर्मियों में ठंडक देने के साथ-साथ सेहतमंद भी होते हैं। लेकिन बाजार की जगह घर पर बने शीतल पेय को दफ्तर और यात्रा में अपने साथ जरूर लेकर चलें।

बदलते मौसम का असर सभी प्राणियों पर पड़ता है। बाहर निकलने पर शरीर को झुलसाने वाली धूप और लू अपनी भयावह उपस्थिति का एहसास कराती है। मौसम के इसी तेवर को ध्यान में रखते हुए, हम अपने खानपान के जरिए कुछ ऐसा कर सकते हैं, कि हमारा जायका और सेहत दोनों बने रहें। गर्मियों के दिनों में शरीर को पानी की आवश्यकता अधिक होती है। ऐसे में शरबत एक बेहतर विकल्प हो सकता है। आयुर्वेद के अनुसार कुछ खास तरह के शरबतों का सेवन तपती गर्मी में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हुए शरीर को शीतलता प्रदान करता है। खस का शरबत पुराने जमाने से लोगों का पसंदीदा रहा है। यह शरीर में हीमोग्लोबिन बढ़ाता है, और रक्त संचार को ठीक करने में मदद करता है। पाचन तंत्र की मजबूती के लिए भी यह बेहद फायदेमंद है। सर्दी जुकाम से प्रभावित लोगों को इस से परहेज करना चाहिए।


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आम का पन्ना शरीर को शीतलता प्रदान करता है। इसके सेवन से शरीर में विटामिन सी की पूर्ति होती है, और प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोतरी होती है। आम का पन्ना पाचन क्रिया को भी मजबूत करता है, और गैस की समस्या को दूर करता है। इसमें भी अधिक मात्रा में पाई जाने वाली कैलोरी डायबिटीज के रोगियों के लिए हानिकारक होती है। गर्मियों में ठंडी तासीर वाले फलों में बेल का अलग ही महत्व है। शरीर को शीतलता देने के साथ ही यह हृदय के लिए रामबाण है। आयुर्वेद के पाचन क्रिया को उन्नत बनाने के साथ तरबूज वजन घटाने में भी मददगार है। शरीर में पानी की कमी की पूर्ति करने के साथ ही यह मांसपेशियों के दर्द में राहत देता है। यह दमा रोग में बेहद लाभकारी है, और प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने में मदद करता है। इसमें मुख्य रूप से पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं। इसे अधिक देर के लिए रेफ्रिजरेटर में ना रखें। तरबूज के शरबत को प्यार करने के बाद लगभग आधे घंटे के बाद पी लेना चाहिए। तरबूज के सेवन से कुछ लोगों को एलर्जी भी हो सकती है। ऐसे लोग से परहेज करें। तरबूज का शरबत पीकर तुरंत पानी, दूध-दही या किसी अन्य पेय पदार्थ का सेवन ना करें। सर्दी जुकाम से पीड़ित होने पर भी तरबूज या इसके शरबत का सेवन नहीं करना चाहिए। नींबू पीलिया से लेकर आँत के कीड़ों के लिए बेहद लाभदायक है। यूं तो आप नींबू पानी का सेवन कभी भी कर सकते हैं, पर सुबह खाली पेट इसका सेवन करने से शरीर को अधिक लाभ होता है। गर्मी से परेशान व्यक्ति को नींबू चीनी और हल्का काला नमक मिलाते हुए स्वादिष्ट शिकंजी बना कर दें। बुखार या अन्य कारणों से भूख ना लगती हो, तो आधा नींबू काटकर बीज निकालते हुए, काली मिर्च का पाउडर उस पर छिड़क लें। इसके बाद इसे गर्म कर लें और चूसें। क्योंकि नींबू में अम्ल उपस्थित होता है। इसके लिए इस का अत्यधिक सेवन दांतो को सड़ा सकता है। कब्ज से राहत के लिए नींबू के आधे टुकड़े का रस लेते हुए गर्म पानी में सेंधा नमक के साथ इस्तेमाल करें। इन सभी शरबतों को आप सुबह या फिर दोपहर के खाने से पहले और दोपहर व रात के बीच के समय पी सकते हैं। लेकिन इनका सेवन करने से पहले किसी योग्य आयुर्वेदाचार्य से सलाह अवश्य लें।

वैद्य हरिकृष्ण पांडेय

 




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